क्या आप भी अपनी आय बढ़ाना चाहते है मशरूम की खेती करके?
झोपड़ी में मशरूम की खेती से अपनी आय बढ़ाने का सुनहरा अवसर हैं बिहार वासियों के लिए। इस योजना के तहत आवेदक को प्रशिक्षण के साथ साथ लागत राशि के 50% की अनुदान राशि भी दी जा रही है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से और इस योजना के लिए कैसे आप भी आवेदन कर सकते है।
Overview
Post Name | बिहार में झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना (2024-25):Mushroom utpadan yojana bihar apply online |
Post date | 22-12-2024 |
Post Type | Sarkari yojana |
Scheme Name | Mushroom utpadan yojana bihar |
Apply mode | Online |
Department | Agriculture Department |
Official Website | https://horticulture.bihar.gov.in |
Mushroom utpadan yojana bihar apply online : Short Details | यह एक बिहार सरकार के तरफ से चलाई जाने वाली योजना हैं।इस योजना के तहत बिहार के ऐसे किसान जो मशरूम की खेती कर अपनी आय बढ़ाने चाहते हैं पर पैसे की कमी के कारण वो इस व्यवसाय को शुरू नही कर पाते हैं उनके लिए बिहार सरकार 50% लागत राशि का अनुदान देती हैं। |
क्या हैं झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना?
यह एक बिहार सरकार के तरफ से चलाई जाने वाली योजना हैं।इस योजना के तहत बिहार के ऐसे किसान जो मशरूम की खेती कर अपनी आय बढ़ाने चाहते हैं पर पैसे की कमी के कारण वो इस व्यवसाय को शुरू नही कर पाते हैं उनके लिए बिहार सरकार 50% लागत राशि का अनुदान देती हैं।
झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना का उदेश्य।
बिहार सरकार ने झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उदेश्य हैं कम लागत में अधिक लाभ प्रदान करना यह योजना छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रही है। जिससे किसानों की आय में इजाफा हो रहा है और वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं। बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही झोपड़ी में मशरूम उत्पादन की योजना बिहार के ग्रामवासियों को आत्म निर्भर बना रही हैं और स्वरोजगार के लिए तैयार कर रही हैं।
योजना के लाभ / Mushroom utpadan yojana Benefits
- इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। महिलाएं और युवा विशेष रूप से इस योजना का लाभ ले रहे हैं
- इस योजना के अंतगर्त किसानो को एक मशरूम की झोपडी बनाने का खर्च 179500 का 50% सरकार द्वारा अनुदान दिया जायेगा |
- मशरूम उत्पादन के लिए कम भूमि और पानी की आवश्यकता होती है, जिससे यह कम लागत में अधिक मुनाफा प्रदान करता है।
- मशरूम में प्रोटीन, विटामिन, और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शारीर के लिए काफी फायेदेमंद होते हैं।
- मशरूम की उच्च बाजार मांग के कारण किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य प्राप्त होता है।
- किसानों को मशरूम उत्पादन की विधियों और तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाता है।
मशरूम उत्पादन योजना पात्रता : Eligibility
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडो को पूरा करना होगा :
- किसान बिहार का स्थाई निवासी होना चाहिए |
- किसान बिहार सरकार के पंजीकृत किसानों में से होना चाहिए |
- किसान के पास किसान रजिस्ट्रेशन कार्ड होना चाहिए |
- किसान के पास अपने खुद की जमीन होनी चाहिए |
- बैंक खाता
- आधार कार्ड
Bihar Mushroom Farming Subsidy Yojana / सुविधाएं
- संसाधन: किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए बीज, खाद, और अन्य आवश्यक सामग्रियां प्रदान की जाती हैं।
- प्रशिक्षण: किसानों को मशरूम उत्पादन की विधियों और तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाता है।
- तकनीकी सहयोग: विशेषज्ञों द्वारा किसानों को समय-समय पर तकनीकी सहयोग और परामर्श दिया जाता है।
- विपणन सहायता: सरकार द्वारा किसानों को उनकी उपज के विपणन के लिए सहायता प्रदान की जाती है।
बिहार मशरूम उत्पादन योजना आवेदन प्रक्रिया :
- सबसे पहले आपको इस योजना की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- जिसके बाद आपको मशरूम से सबंधित योजना के नीचे आवेदन करे पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिसमें आपको झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना के नीचे आवेदन करे पर क्लिक करना होगा।
- जिसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलकर सामने आयेगा।
- जिसमे इस योजना से जुड़े सारे जरूरी बाते बताई गई हैं जिसको ध्यानपूर्वक पढ़ कर नीचे सहमति पर टिक करके agree and continue पर क्लिक करना होगा।
- जिसके बाद आपके सामने नया फॉर्म खुलकर आयेगा जिसमे आपको व्यक्तिगत जानकारी, संपर्क विवरण और अन्य आवश्यक जानकारियां भरनी होगी।
- उसके बाद आपको आवेदन फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- सभी जानकारियां भरने के बाद आपको आवेदन फॉर्म को सबमिट करना होगा।
bihar mushroom farming subsidy yojana / Important links
निष्कर्ष
बिहार सरकार की झोपड़ी में मशरूम उत्पादन योजना ने कृषि क्षेत्र में एक नई दिशा देने का काम किया है। इस योजना ने न केवल किसानों की आय में वृद्धि की है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद की है। इस योजना के माध्यम से बिहार के किसान एक नई उम्मीद के साथ अपने भविष्य को संवार रहे हैं।
Read Also These Post –